दिया जलाओ.
मन के अँधियारे कोने में
जब प्रकाश बंधा हो तड़प रहा हो
तुम खुद लौ की तरह जलो
जगति से तम हर जाओ
दिया जलाओ।
सूर्य छिपा हो आशाओं का
घोर निराशा के बादल में
कोई एक किरण भी जब
न दिखे सूर्य के सप्तरंग में
अपनी शक्ति को ढूंढो
तुम इंद्रधनुष बन जाओ
दिया जलाओ. - PP
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